डिजिटल मार्केटिंग क्या है? 2020 |What is Digital Marketing 2020

दोस्तो आजकल की इंटरनेटिया दुनिया में डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) एक ऐसा fancy शब्द है जिसका इस्तेमाल करके आप आसानी से ऑफ़िस में अपने colleagues पर impression जमा सकते हैं। हममें से ज्यादातर लोगों के लिए ‘डिजिटल मार्केटिंग’ का यह शब्द ज्यादा पुराना नहीं है। ज्यादातर लोगों को digital marketing के बारे में तब पता चला जब इंटरनेट उनकी ज़िंदगी का एक जरूरी हिस्सा बन गया। यह शब्द साल 2000 के बाद ज्यादा popular होना शुरू हुआ। इंटरनेट में search engine, social media, apps आदि का विकास होने के बाद से यह शब्द लोगों के लिए आम बन गया।

दोस्तो आज बहुत सारे लोग हैं जो digital marketing करके लाखों रुपए कमा रहे हैं। बिना किसी physical office के ही कई लोग सिर्फ अपने कंप्यूटर से काम करके अच्छा-खासा पैसा कमा रहे है। आप चाहें तो आप भी घर बैठे Digital Marketing करके earning कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए यह जरूरी है कि पहले आप डिजिटल मार्केटिंग के बारे में अच्छी तरह से जान-समझ लें और उसे अच्छी तरह से सीखें।

दोस्तो इस आर्टिकल में हमने डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित चीजों जैसे- डिजिटल मार्केटिंग क्या है, कैसे करें और इससे पैसे कैसे कमाएँ आदि के बारे में बात की है। इसलिए अगर आप भी Digital Marketing में interested हैं तो इस पोस्ट को बड़े ध्यान से पढ़ें।

डिजिटल मार्केटिंग का मतलब (What does Digital Marketing mean):

पिछले कुछ सालों में आपने notice किया होगा कि बहुत सारी कंपनियों ने Road के किनारे Hoarding लगाने कम कर दिए हैं।

कारण?

क्या कारण यह है कि “Digital Marketing अच्छा और effective माध्यम के रूप में उभर रहा है।” जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि डिजिटल मार्केटिंग का अर्थ है- डिजिटल माध्यमों यानि फोन, कंप्यूटर, टैबलेट, इंटरनेट, सोशल मीडिया के द्वारा किसी चीज का प्रचार करने को Digital Marketing कहा जाता है। ग़ौरतलब है कि TV और Radio Marketing डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत नहीं आती हैं वे traditional marketing के अंतर्गत आती है। डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत ज्यादातर इंटरनेट से related चीजें आती हैं। 

उदाहरण के लिए आए दिन हमारे फोन पर कंपनी वालों के SMS आते रहते हैं और Youtube पर ads आते रहते हैं। ये सभी चीजें digital marketing का ही एक हिस्सा हैं।

* डिजिटल मार्केटर कौन होता है?

डिजिटल मार्केटर उस व्यक्ति को बोलते हैं जो चीजों को digitally promote करने में माहिर होता है। जिसे पता होता है कि कैसे किसी वेबसाइट को गूगल में अच्छी position पर रैंक करवाना है और कैसे किसी साइट पर traffic लाना है।

डिजिटल मार्केटिंग के उदाहरण (Digital Marketing Examples):

हम अक्सर digital marketing के बहुत सारे उदाहरणों को अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में देखते हैं। जिनमें से कुछ हैं-

  • फोन पर कंपनी वालों के promotional messages आना।
  • सोशल मीडिया जैसे facebook, instagram पर ads आना।
  • यूट्यूब पर ads आना।
  • किसी वेबसाइट या ब्लॉग को विज़िट करने पर ads दिखना।
  • गूगल में कुछ सर्च करने पर सबसे ऊपर ads दिखाना।
  • यूट्यूब विडिओ में product और services का paid promotion करना।
  • कंपनियों के emails आना।
Digital Marketing
What is Digital Marketing

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार/हिस्से (Types of Digital Marketing):

डिजिटल मार्केटिंग कोई एक चीज नहीं है बल्कि यह बहुत सारी अलग-अलग चीजों का combination है। इनमें से हर चीज के बारे में लिखना तो possible नहीं है लेकिन ये कुछ चीजें हैं जिनके बिना digital marketing अधूरी है। डिजिटल मार्केटिंग दो तरह की हो सकती हैं- ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग और ऑफ लाइन डिजिटल मार्केटिंग।

1. ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग (Online Digital Marketing)-

इस digital marketing में इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। इसे Internet Marketing भी कहा जाता है। ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत ये चीजें आती हैं- कंटेन्ट मार्केटिंग (Content Marketing)- लोगों को quality content provide करा कर उनका भरोसा जीतकर की जाने वाली मार्केटिंग को Content Marketing कहा जाता है।

  • सर्च इंजन ऑपटिमाइज़ेशन (SEO)– बिना advertisement के गूगल में सबसे पहले रैंक करने के लिए जिन techniques का उपयोग किया जाता है उन्हें एक-साथ मिलाकर एसईओ कहा जाता है।
  • सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM)– एसईओ की ही तरह SEM का प्रयोग भी सर्च इंजनों में अच्छी रैंकिंग पाने के लिए किया जाता है। फर्क बस इतना है कि SEM में पैसे खर्च करने पड़ते हैं जबकि SEO बिना किसी खर्च के किया जाता है।
  • विडिओ मार्केटिंग (Video Marketing)- वीडियो के द्वारा किसी चीज की मार्केटिंग करने को video marketing कहा जाता है।
  • सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)– एसएमएम डिजिटल मार्केटिंग की एक ऐसी technique है जिसमें social media का use किया जाता है।
  • पे पर क्लिक मार्केटिंग (PPC Marketing)– यह एक Ad Marketing Model है जिसमें कंपनी per click के हिसाब से publisher को pay करती है।
  • अफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing)– आजकल मार्केटिंग के सबसे बेहतरीन तरीकों में से एक तरीका है- Affiliate Marketing. इसमें कंपनियां Sales के हिसाब से लोगों (Affiliates) को pay करती है। यानि अगर कोई व्यक्ति कंपनी का कोई product या service बिकवाना देवा है तो कंपनी उसे कुछ % commission देती है।
  • ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing)– ईमेल collect करके लोगों को मेल भेजकर मार्केटिंग करने के तरीके को Email Marketing कहते हैं।
  • इन्स्टेन्ट मैसेजिंग मार्केटिंग (Instant Messaging Marketing)– मार्केटिंग का यह तरीका काफी नया है। इसमें लोग अपने messanger apps जैसे- फ़ेसबुक मेसेन्जर पर किसी वेबसाइट को subscribe कर सकते हैं। इसे आप MobileMonkey और ManyChat जैसे टूल्स के द्वारा कर सकते हैं।

ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग (Offline Digital Marketing)-

इंटरनेट के अलावा डिजिटल मार्केटिंग कई ऑफ लाइन तरीकों से भी की जा सकती है- फोन मैसेज (SMS)- आपके फोन नंबर पर भी कई बार तरह-तरह के promotional SMS आते होंगे। ये भी एक तरह की digital marketing technique (offline) है।  फोन कॉल (Phone Call)- कई बार कंपनियां लोगों को फोन करके भी marketing करती हैं इसे Phone Call Marketing कहते हैं।

  • इलेक्ट्रॉनिक बिलबोर्ड (E-Billboards)- आजकल बहुत सारी कंपनियां electronic hoardings लगाकर प्रचार करती हैं। यह भी एक तरह की digital marketing है।
  • रेडियो विपणन (Radio Marketing)- रेडियो से की जाने वाली मर्केटिंग offline digital marketing के अंतर्गत आती है। हालांकि कई लोग इसे digital marketing नहीं मानते हैं वे इसे traditional marketing में गिनते हैं।
  • टेलीविजन मार्केटिंग (TV Marketing)- यह टीवी के माध्यम से की जाने वाली मार्केटिंग है। हालांकि इसे भी कई सारे लोग digital marketing नहीं मानते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग क्यों जरूरी है (Why to use Digital Marketing & it’s Importance)

आज के जमाने में चाहें आप किसी भी तरह का business कर रहे हों; डिजिटल मार्केटिंग आपके बिजनेस को आगे ले जाने के लिए एक जरूरी कदम है। डिजिटल मार्केटिंग, Marketing के traditional तरीकों की तुलना में कम खर्चीली और आसान है। एक ओर जहाँ मार्केटिंग के पुराने तरीकों में हमारा इस पर कोई control नहीं होता है हमारा ad कौन देख रहा है वहीं दूसरी ओर डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा हम बहुत ही narrowly targeted audience तक पहुँच बना सकते हैं। मार्केटिंग के ट्रेडिशनल तरीकों (जैसे- TV, Radio) में हमें काफी मजबूत budget की जरूरत होती है जो कि अक्सर लाखों में होता है। जबकि digital marketing के केस में ऐसा नहीं है। हम डिजिटल मार्केटिंग को कुछ सौ रुपए से भी शुरू कर सकते हैं। आजकल हर कोई Online घूमता रहता है इसलिए हमारे business की growth के लिए यह जरूरी है कि हम digital marketing को थोड़ा ही सही लेकिन शुरू करें।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे (Digital Marketing Benefits):

ऐसे बहुत सारे लाभ हैं जो digital marketing से आपको हो सकते हैं। पेश हैं डिजिटल मार्केटिंग के सही इस्तेमाल से होने वाले फायदे-

  • डिजिटल मार्केटिंग बहुत कम पैसों में की जा सकती है। डिजिटल मार्केटिंग को आप 50 या 100 रुपए से भी करना शुरू कर सकते हैं।
  • डिजिटल मार्केटिंग से हम सिर्फ और सिर्फ उन्ही लोगों तक अपने Ads को पहुंचा सकते हैं जिन्हें हमारे products या फिर services की सच में जरूरत है। जबकि traditional marketing में ऐसा संभव नहीं है।
  • डिजिटल मार्केटिंग करने में आसान है। साथ ही साथ हम आसानी से अपने digital marketing campaign में जरूरी बदलाव कर सकते हैं।
  • डिजिटल मार्केटिंग में प्राय: Conversion Rate अच्छा होता है। यानि लोग जल्दी से ग्राहक बन जाते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग, मार्केटिंग का भविष्य है।

डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित कुछ प्रमुख शब्द (Hot Terms Of Digital Marketing):

डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े कुछ ऐसे शब्द हैं जो कई सारे लोगों को confuse करते हैं और डिजिटल मार्केटिंग में आए नए लोगों को इन शब्दों से जरूर वाकिफ होना चाहिए। पेश हैं ऐसे ही कुछ Hot Digital Marketing Terms-

  • PPC (Pay Per Click)– एक Ad पर क्लिक होने पर कंपनी को जितना भुगतान पब्लिशर को करना पड़ता है उसे Pay Per Click कहा जाता है। Publisher की side से इसे Cost Per Click (CPC) कहा जाता है। 
  • ROI (Return On Investment)- जितना पैसा मार्केटिंग पे खर्च किया जाता है उसकी तुलना में जितना फायदा company को revenue में होता है उसे आरओआई कहते हैं। जैसे कि अगर आपने मार्केटिंग पर 1000 रुपए खर्च करते हैं और इससे आपको 2000 रुपए का फायदा होता है तो आपका ROI 100% हो जाता है।
  • CTR (Click Through Rate)– टोटल देखने वाले लोगों में से जितने % लोग लोग किसी चीज पर क्लिक करते हैं उसे उसका सीटीआर कहते हैं।
  • SEO (Search Engine Optimization)– सर्च इंजनों में वेबसाइट को अच्छी position पर रैंक करने की तकनीकों को एसईओ कहते हैं।
  • Sponsorship– स्पॉन्सरशिप यानि किसी influencer को पैसे देकर अपनी marketing करवाना। मसलन, आप किसी बड़े blogger या फिर Youtuber को पैसे देकर अपने business की marketing करवा सकते हैं।
  • Bounce Rate- आपकी वेबसाइट पर आने वाले लोगों का वह percent जो सिर्फ एक पेज पढ़ने के बाद आपकी वेबसाइट से बाहर चले जाते हैं ‘बाउंस रेट’ कहलाता है। जैसे- अगर आपकी वेबसाइट पर 100 लोग आते हैं और उनमें से 60 लोग सिर्फ एक पेज पढ़कर चले जाते हैं तो इस कन्डिशन में आपकी साइट का बाउन्स रेट 60% होगा।
  • Keyword– टॉपिक को इंटरनेट की भाषा में कीवर्ड कहा जाता है।
  • Clickbait– लोगों से अपनी वेबसाइट पर क्लिक करवाने के लिए गलत तरीकों का use करने को क्लिकबेट कहते हैं।

Landing Page- जब आप डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से लोगों को अपनी वेबसाइट पर भेजते हैं तो आपके लिंक पर क्लिक करने के बाद आपकी वेबसाइट का जो पेज सबसे पहले खुलता है और लोगों को show होता है उसे वेबसाइट का लैन्डिंग पेज (Landing Page) बोलते हैं। लैन्डिंग पेज यानि जिस पेज पर लोग land करते हैं यानि उतरते हैं। लैन्डिंग पेज एक तरह से आपकी वेबसाइट का first impression होता है, इसलिए अपने digital marketing campaign इसे सफल बनाने के लिए इसे अच्छी तरह से जरूर optimize किया जाना चाहिए।

  • Content– सरल शब्दों में, जिस चीज से लोगों को जानकारी मिलती है उसे Content कहते हैं।
  • Backlink– जब किसी वेबसाइट से हमारी साइट को link मिलता है तो उसे बैकलिंक बोलते हैं।
  • Domain Authority (DA)– किसी वेबसाइट की गूगल की नज़रों में कितनी इज्जत है यह हमें D.A से पता चलता है।
  • Alexa Rank– अलेक्सा रैंक बताती है कोई साइट popularity के मामले में दुनिया के कौन-से नंबर की साइट है।

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